न्यूज़ पोर्टल प्रेस क्लब ने पत्रकार मुकेश चंद्राकर की निर्मम हत्या के विरोध में प्रधानमंत्री के नाम मुख्यमंत्री के मीडिया कोऑर्डिनेटर मुकेश वशिष्ठ को सोपा ज्ञापन

फरीदाबाद लघु सचिवालय सेक्टर 12 जिला उपायुक्त कार्यालय के बाहर फरीदाबाद के पत्रकारों ने छत्तीसगढ़ प्रदेश के स्वतंत्र पत्रकार मुकेश चंद्राकर की निर्मम हत्या के विरोध मे जिला उपायुक्त कार्यालय के बाहर रोष प्रकट किया। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की निर्मम हत्या ने पत्रकारिता जगत को झकझोर कर रख दिया है। इस नृशंस घटना के विरोध में क्लब के प्रधान विनोद वैष्णव के नेतृत्व में जिला उपायुक्त कार्यालय के बाहर एकजुट होकर आक्रोश व्यक्त किया गया। कोषाध्यक्ष राकेश सुखवारिया ने इस हत्या की कठोर निंदा करते हुए प्रधानमंत्री के नाम मुकेश वशिष्ठ को ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में मांग की गई कि हत्यारों को शीघ्रता से सख्त से सख्त सजा दी जाए, पीड़ित परिवार को पर्याप्त 50 लाख की मुआवजा प्रदान की जाए। साथ ही, पूरे राज्य में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की अपील की गई है। पत्रकार अनुराग गर्ग एवं योगेन्द्र ने कहा की छत्तीसगढ़ के रहने वाले पत्रकार मुकेश चंद्रकार के पोस्टमार्टम में रूह कंपा देने वाली बहरेमी सामने आई है। उसके लीवर 4 टुकड़ों में मिले हैं। 5 पसलियां टूटीं, सिर पर 15 फ्रैक्चर, हार्ट फटा हुआ और गर्दन टूटी हुई मिली है।
पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों ने बताया की अपने कॅरियर में इतनी बुरी स्थिति में कोई शव नहीं देखा है। पत्रकार मुकेश की हत्या से लगता है की आरोपियों ने पहले पीछे से वार किया और जब वह गिर गया तो उस पर ताबड़तोड़ वार किए गए है, जिससे पलभर में ही उसकी मौत हो गई है। शव का पोस्टमार्टम करने वालों डॉक्टरों के मुताबिक कि मुकेश का हार्ट फट गया था उसकी एक कॉलर बोन भी टूट गई थी। इस घटना पर पत्रकारो ने शुरू में कहा की बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या की घटना से समस्त राज्य के पत्रकार आक्रोशित हैं।
पत्रकार आरती राय ने कहा प्रधानमंत्री से मांग करते हुए कहा है कि पत्रकार की कलम को रोकने का प्रयास प्रशासनिक स्तर पर ठेकेदार, भू माफिया, शराब माफिया अन्य माफियाओं द्वारा किया जा रहा है। बता दें की स्वतंत्र पत्रकार मुकेश चंद्राकर का शव सड़क घोटाले में आरोपी एक ठेकेदार के परिसर में सेप्टिक टैंक में मिला था, जिसका खुलासा मुकेश ने हाल ही में एनडीटीवी पर किया था, जहां वे बतौर योगदानकर्ता काम करते थे। यह घटना छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में हुई थी। वे पिछले कुछ दिनों से लापता थे। फरीदाबाद के पत्रकारों ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की है।